उच्च शिक्षा जगत के अंतर्गत कला, वाणिज्य एवं विज्ञान के क्षेत्र में प्रचार-प्रसार एवं राष्ट्र के नव निर्माण में योगदान के लिये सुयोग्य नागरिकों का निर्माण करने के उद्देश्य से पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न परम श्रद्धेय स्व॰ अटल बिहारी वाजपेयी जी के प्रधानमंत्रित्व कार्यकाल में उनकी प्रेरणा से तत्कालीन नगर विकास मंत्री श्री लाल जी टण्डन जी उ॰प्र॰ सरकार, तत्कालीन महापौर पद्म श्री डॉ० एस० सी० राय जी व तत्कालीन नगर आयुक्त कैप्टन एस॰के॰ द्विवेदी के सतत् प्रयासों से नगर निगम डिग्री कालेज की स्थापना वर्ष 2003 में हुई, शैक्षिक सत्र 2003-04 में लखनऊ विश्वविद्यालय से कला संकाय के अंतर्गत हिन्दी, अग्रेंजी, राजनीति विज्ञान, शिक्षा शास्त्र, अर्थशास्त्र, व मध्यकालीन भारतीय इतिहास सहित 09 महत्वपूर्ण विषयों में सम्बद्वता के साथ 05 शिक्षकों एवं 59 छात्र-छात्राओं के पंजीकरण द्वारा महाविद्यालय ने अपने प्रथम शैक्षिक सत्र का श्री गणेश अमीनाबाद इण्टर कालेज परिसर से किया। इसी परिसर में वर्ष 2007-08 से कला विषय में उर्दू, अरब कल्चर, प्राचीन भारतीय इतिहास एवं वाणिज्य विषय का प्रारम्भ 02 शिक्षकों एवं 58 छात्र/छात्राओं से किया गया। जुलाई 2003 से जून 2010 तक यह महाविद्यालय अमीनाबाद इण्टर कालेज परिसर से संचालित हुआ एवं 10 वर्ष की यात्रा में क्षेत्र के सर्वोत्कृष्ट शिक्षण संस्थानों में अपनी कीर्ति स्थापित की।
जुलाई 2010 में तत्कालीन महापौर व वर्तमान उपमुख्यमंत्री उ॰प्र॰ सरकार, मा॰ डॉ०दिनेश शर्मा की संकल्पना साकार हुई, उनके अथक प्रयासों से जुलाई 2010 में महाविद्यालय अपने निजी भवन सुरेन्द्रनगर (इस्माइलगंज) फैजाबाद रोड (नये हाईकोर्ट के सामने) लखनऊ स्थानांतरित कर दिया गया। यही से शैक्षिक सत्र 2010-11 की शुरूआत हुई।
विगत सत्रह वर्षो में अच्छे शैक्षिक वातावरण, शत-प्रतिशत उत्कृष्ट परीक्षाफल एवं शिक्षणेत्तर क्रिया कलापों की प्रमुखता ने महाविद्यालय को लखनऊ जनपद में अपनी विशिष्ट पहचान दिलायी है।
अगस्त 2018 में परम श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की स्मृति को चिर स्थायी स्वरूप देने के पुनीत उद्देश्य से मा॰ महापौर लखनऊ श्रीमती संयुक्ता भाटिया जी द्वारा महाविद्यालय का नाम " अटल बिहारी वाजपेयी नगर निगम डिग्री कालेज" कर दिया गया। प्रबन्धतंत्र का सपना है कि आगामी सत्र से महाविद्यालय में नवीन पाठयक्रम विज्ञान विषय सहित कला एवं वाणिज्य विषयों में परास्नातक कक्षायें प्रारम्भ की जायें। प्रबन्धतंत्र के इस स्वप्न को साकार करना महाविद्यालय प्रशासन की प्राथमिकता है।
महाविद्यालय लखनऊ नगर निगम द्वारा पोषित जनपद का उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक मात्र महाविद्यालय है। प्रशासन एवं प्रबन्धतंत्र की प्राथमिकता है कि सभी वर्गों के आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने का पूर्ण अवसर मिले। क्षेत्र का कोई भी आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के पाल्य उच्च शिक्षा से वंचित न रहे, इस उद्देश्य से स्नातक स्तर पर बी0ए0 एवं बी0काम0 का शिक्षण शुल्क क्रमशः रू 6000/- एवं रू 8000/- रखा गया है। प्रवेश आवेदन विवरणिका का शुल्क भी रू 100/जो लखनऊ विश्वविद्यालय के 170 सहयुक्त महाविद्यालयों में सबसे कम है। इसके साथ ही अति निर्धन छात्र-छात्राओं की पहचान करके उन्हे पूर्ण शिक्षण शुल्क से मुक्ति दी जाती है। बी॰ए॰ प्रथम वर्ष में 160 सीट व बी॰काम॰ प्रथम वर्ष में 80 सीटों पर प्रवेश दिये जाते है। बी॰ए॰ में आरक्षण नियमों के मानक को ध्यान में रखकर इण्टरमीडिएट में 60% प्रतिशत अंक प्राप्त उत्तीर्ण आवेदक को तत्काल प्रवेश दे दिया जाता है। बी0काम0 प्रथम वर्ष में सीमित 80 सीट होने से प्रवेश इण्टरमीडिएट प्राप्तांक प्रतिशत की मेरिट बनाकर दिया जाता है। वर्तमान शैक्षिक सत्र 2020-21 में 31 अगस्त तक ऑन लाइन/ऑफ लाइन फार्म प्राप्त करने व पूरित फार्म जमा करने की तिथि निर्धारित की गयी है। महाविद्यालय की Website-www.atalbiharivajpayeenagarnigamdegreecollege.in है।
महाविद्यालय में प्रारम्भ से ही सहशिक्षा व्यवस्था है, इण्डोर, आउटडोर गेम्स, कॉमन गल्र्स रूम, कॉमन बॉयज रूम, बालिकाओं के लिये ताईक्वाडों एवं जिम की सुविधा भी अतिशीघ्र परिसर में उपलब्ध करायी जायेगी।
ऑन लाइन शिक्षण व्यवस्था के अन्तर्गत सभी विभागों के प्राध्यापकों द्वारा गूगल मीट/जूम क्लास एप 'वर्क फ़्रॉम होम' के अन्तर्गत बनाये गये हैं। वीडियो, ई-कन्टेन्ट्स, पी0डी0एफ0 फाइल व ल0वि0वि0 व यू0जी0सी0 ई कंटेन्टस से भी महाविद्यालय की वेबसाइट को लिंक किया गया है, जिससे छात्र-छात्राओं को ज्यादा से ज्यादा विकल्प मिल सके।
शिक्षणेत्तर गतिविधियों के अन्तर्गत सभी विषयों की शैक्षिक परिषद बनायी गयी है, जिनके माध्यम से जनरल अवेयरनेस कार्यक्रम, क्विज इवेन्ट्स, निबन्ध लेखन, कहानी लेखन, वाद-विवाद, कार्ड एवं पोस्टर मेंकिग, फेश पेंन्टिग, सम-सामयिक विषयों घटनाओं पर नुक्कड़ नाटक, एकल व समूह गान व नृत्य, स्टेज ड्रामा, राष्ट्रीय महत्वों के ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण आदि कराये जाते है। राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा छात्र-संसद भी आयोजित की जाती है। छात्र-छात्रावों हेतु रैगिंग मुक्त वातावरण, रेमेडियल क्लासेस का संचालन, इन्डस्ट्रियल टूर, शिक्षकों द्वारा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी, जाब फेयर एवं प्लेसमेंट की सुविधा।
महाविद्यालय द्वारा पुरातनकाल परिषद का गठन किया गया है जिसमें पूर्व छात्र-छात्रावों की उपलब्धियों, उत्कृष्ट कार्यों, उनके कार्यक्षेत्र एवं व्यवसाय क्षेत्र में रोजगार के उपलब्ध माध्यम से जानकारी अध्य्यनरत छात्रों को प्राप्त हो जिससे एक रोजगारपरक शैक्षणिक परिवेश तैयार हो सके।